Description:
सॉफ्टबैंक और आर्क इन्वेस्ट की संभावित Tether Investment को समझने के लिए इसे केवल एक वित्तीय लेन-देन के बजाय एक रणनीतिक चाल के रूप में देखना जरूरी है। यह डील दरअसल डिजिटल वित्त की दुनिया में एक बड़े बदलाव की शुरुआत का संकेत देती है। जब दुनिया की दो सबसे नामचार निवेश फर्में, जिनकी तकनीक के भविष्य को आकार देने का इतिहास रहा है, एक साथ मिलकर एक स्टेबलकॉइन कंपनी में इतनी बड़ी राशि लगाने पर विचार करती हैं, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि वे ब्लॉकचेन तकनीक को भविष्य की वित्तीय प्रणाली का केंद्रीय स्तंभ मानती हैं। यह Tether Investment पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली और उभरती हुई डिजिटल अर्थव्यवस्था के बीच एक पुल का निर्माण करती है। इसका मुख्य लक्ष्य केवल वित्तीय लाभ कमाना नहीं है, बल्कि उस बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है जिस पर भविष्य के डिजिटल लेन-देन, स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और विकेंद्रीकृत वित्तीय सेवाएं चलेंगी। इस निवेश का प्रभाव क्रिप्टोकरेंसी बाजार तक सीमित नहीं रहेगा; इससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, रेमिटेंस और यहां तक कि सरकारी डिजिटल मुद्राओं के विकास पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा। भारत जैसे देशों के लिए, जहां डिजिटल भुगतान प्रणालियों like UPI ने जबरदस्त सफलता हासिल की है, यह Tether Investment एक रोमांचक अवसर लेकर आती है कि कैसे ब्लॉकचेन तकनीक वित्तीय समावेशन को और बढ़ावा दे सकती है, हालांकि साथ ही regulatory clarity और जोखिम प्रबंधन की चुनौतियां भी मौजूद हैं।
1. Tether Investment की शुरुआत: यह $20 बिलियन का डील आखिर है क्या और यह इतना चर्चा में क्यों है?
इस समय पूरी वित्तीय दुनिया में एक खबर बहुत तेजी से फैल रही है और वह है जापान की investment giant SoftBank और अमेरिका की famous investor Cathie Wood की company Ark Invest का एक साथ मिलकर stablecoin company Tether में 20 बिलियन US Dollar का निवेश करने की संभावना। यह रकम भारतीय रुपये में लगभग सवा छह लाख करोड़ रुपये के बराबर बैठती है, जो कि एक अकल्पनीय राशि है। इस खबर का महत्व सिर्फ इसके आकार में नहीं है बल्कि इसके प्रतीकात्मक मूल्य में है। यह पहली बार है जि दुनिया की इतनी बड़ी पारंपरिक निवेश कंपनियाँ एक क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े business में इतनी बड़ी राशि लगाने पर विचार कर रही हैं। इस potential Tether Investment को एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है क्योंकि यह पारंपरिक वित्त जगत और डिजिटल करेंसी की दुनिया के बीच की खाई को पाटने का काम करेगा। अब तक क्रिप्टोकरेंसी को मुख्य रूप से retail investors और कुछ साहसी institutional investors द्वारा ही adopt किया गया था, लेकिन SoftBank और Ark जैसे दिग्गजों का आना इस बात का संकेत है कि अब यह technology पूरी तरह से mainstream होने के लिए तैयार है। यह Tether Investment क्रिप्टो इकोसिस्टम के लिए एक तरह से seal of approval का काम करेगी और दुनिया भर के regulators के लिए एक clear message भेजेगी कि अब इस उद्योग को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस निवेश का प्रभाव सिर्फ Tether तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि पूरे ब्लॉकचेन और डिजिटल एसेट के सेक्टर में एक नई ऊर्जा और विश्वास का संचार करेगा, जिससे भारत जैसे developing countries में भी इस technology के adoption को गति मिलने की उम्मीद है।
2. Tether (USDT) को सरल भाषा में समझना: यह स्टेबलकॉइन काम कैसे करता है?
Tether Investment को गहराई से समझने के लिए सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि Tether आखिर है क्या। Tether, जिसे अक्सर USDT के नाम से जाना जाता है, एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी है जिसे “स्टेबलकॉइन” कहा जाता है। इसे समझने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप इसे एक डिजिटल वाउचर की तरह देखें। मान लीजिए आप किसी शॉपिंग मॉल में जाते हैं और 1000 रुपये का गिफ्ट वाउचर खरीदते हैं, तो उस वाउचर की कीमत हमेशा 1000 रुपये ही रहती है, चाहे मॉल के अंदर के प्रोडक्ट्स की कीमतें घटे या बढ़े। ठीक उसी तरह, Tether एक डिजिटल गिफ्ट वाउचर है जिसकी कीमत हमेशा 1 अमेरिकी डॉलर के बराबर बनी रहती है। यह स्थिरता इसलिए possible हो पाती है क्योंकि Tether कंपनी के पास दावा है कि हर USDT टोकन के पीछे उसके बैंक खातों में 1 US डॉलर रिजर्व के रूप में जमा है या फिर बहुत ही safe और liquid assets में निवेशित है। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग करने वाले लोग Bitcoin या Ethereum जैसी volatile करेंसीज में ट्रेडिंग के दौरान अपने पैसे को सुरक्षित रखने के लिए USDT का इस्तेमाल करते हैं। वे अपनी कमाई को जब तक अगला अवसर नहीं मिलता, USDT में रख सकते हैं ताकि बाजार के उतार-चढ़ाव से उनके पैसे safe रहें। इस प्रकार, Tether पूरे क्रिप्टो इकोसिस्टम की रीढ़ की हड्डी की तरह काम करता है और यही कारण है कि यह potential Tether Investment इतना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह इसी रीढ़ की हड्डी को और मजबूत बनाने का काम करेगा।
3. SoftBank की निवेश रणनीति: यह Tether Investment उनके लिए क्यों मायने रखती है?
SoftBank की पहचान दुनिया की सबसे बड़ी technology investment firm के रूप में है और उसके founder Masayoshi Son अपने भविष्यदर्शी निवेशों के लिए मशहूर हैं। SoftBank की निवेश रणनीति साधारण नहीं है; वे उन companies और technologies में बहुत बड़े-बड़े दांव लगाते हैं जिनके बारे में उनका मानना है कि वे भविष्य की दुनिया को shape करेंगी। उन्होंने Alibaba, Uber और भारत की Flipkart और Paytm जैसी कंपनियों में शुरुआती दौर में निवेश करके जबरदस्त returns कमाए हैं। SoftBank का दृष्टिकोण सिर्फ पैसा कमाना नहीं बल्कि उन तकनीकी platforms का निर्माण करना है जो आने वाले सैकड़ों वर्षों तक दुनिया की अर्थव्यवस्था का केंद्र बिंदु बने रहें। इस नजरिए से, यह संभावित Tether Investment उनकी इसी रणनीति का एक हिस्सा है। SoftBank समझता है कि भविष्य की वित्तीय प्रणाली blockchain technology पर आधारित होगी और इस नई प्रणाली के लिए एक विश्वसनीय, स्थिर और widely adopted डिजिटल करेंसी की आवश्यकता होगी। Tether वर्तमान में उसी की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय उदाहरण है। इसलिए, इस Tether Investment के जरिए SoftBank भविष्य के digital finance ecosystem की नींव में अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित कर रहा है। यह निवेश केवल Tether में हिस्सा लेने भर के लिए नहीं है, बल्कि पूरे ब्लॉकचेन इकोसिस्टम में एक मजबूत strategic position हासिल करने के लिए है, ताकि भविष्य में जब यह तकनीक पूरी तरह से परिपक्व हो जाए, तो SoftBank उसके केंद्र में बैठा हो।
4. Ark Invest का दृष्टिकोण: Cathie Wood क्यों चाहती हैं इस Tether Investment में शामिल होना?

Ark Invest की founder Cathie Wood को disruptive innovation की एक महान पहचानने वाली निवेशक के रूप में जाना जाता है। उनकी फर्म का पूरा फोकस उन technologies पर निवेश करना है जो पारंपरिक उद्योगों को बदलकर रख दें और भविष्य का निर्माण करें। Cathie Wood लंबे समय से Bitcoin और blockchain technology के बारे में extremely bullish रही हैं और उन्होंने public रूप से यह भविष्वाणी की है कि Bitcoin की कीमत भविष्य में बहुत अधिक होगी। Ark Invest का Tether में निवेश करने का मंतव्य उनकी इसी सोच को आगे बढ़ाता है। Ark Invest का मानना है कि एक robust crypto economy के लिए एक stable और efficient medium of exchange का होना absolutely necessary है। Tether जैसा स्टेबलकॉइन उसी medium of exchange का काम करता है। यह Tether Investment Ark Invest के लिए सिर्फ एक company में पैसा लगाना नहीं है, बल्कि पूरे crypto ecosystem के एक fundamental building block को मजबूती प्रदान करना है। Cathie Wood का मानना है कि blockchain technology finance, entertainment, और internet के मौलिक ढाँचे को पूरी तरह से बदल देगी, जिसे Web3 कहा जाता है। इस नए Web3 की financial layer को स्थिरता और तरलता प्रदान करने में Tether जैसे स्टेबलकॉइन्स की critical role होगी। इसलिए, यह Tether Investment Ark Invest के लिए भविष्य की उस दृष्टि में directly invest करने जैसा है, जहाँ stablecoins digital economy का backbone होंगे।
5. भारतीय संदर्भ: एक आम भारतीय निवेशक के लिए इस Tether Investment के क्या मायने हैं?

भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर का वातावरण अभी भी अनिश्चितता से भरा हुआ है, जहाँ रिजर्व बैंक और सरकार का रुख स्पष्ट नहीं है और taxation के नए नियमों ने निवेशकों के मन में डर पैदा किया है। ऐसे में, global giants का यह potential Tether Investment भारतीय निवेशकों के लिए एक positive psychological boost का काम कर सकता है। जब दुनिया की सबसे reputable investment firms क्रिप्टो सेक्टर में इतना बड़ा दांव लगा रही हैं, तो इससे भारत के छोटे retail investors में यह confidence पैदा होगा कि यह asset class महज एक सट्टा नहीं है, बल्कि एक गंभीर technological innovation है जिसमें long-term potential है। इस Tether Investment का एक और बड़ा लाभ यह हो सकता है कि इससे भारत सरकार और regulators पर दबाव बनेगा कि वे इस उद्योग के लिए clear और comprehensive regulations लेकर आएं। जब बड़े international investors आते हैं, तो government को उनके concerns को ध्यान में रखते हुए एक predictable legal framework बनाना पड़ता है, जिससे पूरे इंडस्ट्री को legitimacy मिलती है। इसके अलावा, भारत में blockchain startups के लिए भी यह एक अच्छा संकेत है, क्योंकि global capital के inflow से local innovation को बल मिलेगा। हालाँकि, भारतीय निवेशकों के लिए यह याद रखना बेहद जरूरी है कि किसी भी बाहरी खबर के आधार पर बिना research किए निवेश न करें और हमेशा अपनी risk tolerance को understand करें।
6. संभावित लाभ: यह निवेश क्रिप्टो इकोसिस्टम को कैसे मजबूत कर सकता है?

इस विशाल Tether Investment के कई संभावित लाभ हैं जो पूरे क्रिप्टोकरेंसी इकोस्टिस्टम को और अधिक मजबूत, विश्वसनीय और efficient बना सकते हैं। सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण लाभ है institutional credibility का आना। SoftBank और Ark Invest जैसी firms के निवेश से पारंपरिक वित्तीय संस्थानों, जैसे कि बैंक और बीमा कंपनियों, का इस इकोसिस्टम के प्रति विश्वास बढ़ेगा। इससे और अधिक institutional capital इस ओर आकर्षित होगा, जिससे market की depth और liquidity में वृद्धि होगी। दूसरा बड़ा लाभ Tether कंपनी के operations में transparency आने की संभावना है। इतने बड़े निवेशक शायद Tether पर अपने reserves को और अधिक पारदर्शी तरीके से disclose करने का दबाव बनाएंगे, जिससे USDT को लेकर लंबे समय से चले आ रहे controversies पर विराम लग सकता है। तीसरा लाभ innovation और expansion का है। इस नई पूंजी का इस्तेमाल कर Tether नए products develop कर सकता है, अपनी technology को upgrade कर सकता है और उन emerging markets में expand कर सकता है जहाँ digital payments की बहुत संभावना है, जैसे कि भारत और अफ्रीका। इससे financial inclusion को बल मिलेगा। इस प्रकार, यह Tether Investment न सिर्फ Tether बल्कि पूरे global digital finance ecosystem के लिए एक game-changer साबित हो सकता है।
7. जोखिम और चुनौतियाँ: इस उज्ज्वल तस्वीर का दूसरा पहलू क्या है?

हालाँकि यह Tether Investment बहुत positive लगती है, लेकिन किसी भी निवेश की तरह इसमें भी significant risks और challenges जुड़े हुए हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। सबसे बड़ा risk regulatory यानी नियामकीय जोखिम है। अमेरिका, यूरोपीय संघ या भारत जैसे बड़े बाजारों की सरकारें अगर stablecoins पर कड़े प्रतिबंध लगा देती हैं या उनके operations पर strict conditions थोप देती हैं, तो Tether का business model पूरी तरह से बदल सकता है या फिर बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। दूसरा बड़ा risk Tether के reserves को लेकर बना हुआ है। भले ही कंपनी claims करती रही है कि उसके पास पूरा रिजर्व है, लेकिन अतीत में इस पर सवाल उठते रहे हैं। अगर भविष्य में कभी यह पता चलता है कि reserves पर्याप्त नहीं हैं, तो इससे USDT की value डॉलर के मुकाबले गिर सकती है, जिससे पूरे क्रिप्टो बाजार में भगदड़ मच जाएगी। तीसरा प्रमुख जोखिम systemic risk का है। Tether पूरे क्रिप्टो इकोसिस्टम में इतना deeply embedded है कि अगर इसे किसी भी तरह का झटका लगता है, तो उसका असर Bitcoin और अन्य सभी cryptocurrencies पर पड़ेगा, जिससे market-wide crash आ सकती है। इसलिए, यह Tether Investment हालांकि एक positive development है, लेकिन investors को इन जोखिमों से अवगत होना चाहिए।
8. भविष्य की संभावनाएँ: इस निवेश के बाद आगे का रास्ता कैसा दिखता है?

यदि यह Tether Investment successful होती है, तो इसके भविष्य में दूरगामी परिणाम हो सकते हैं जो वित्तीय दुनिया के landscape को बदल सकते हैं। सबसे पहले, यह traditional finance के और deeper integration की शुरुआत कर सकती है। हम देख सकते हैं कि बैंक अपने customers को सीधे तौर पर स्टेबलकॉइन based savings accounts या loan products offer करने लगेंगे। दूसरा, international trade और remittance पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। कंपनियाँ cross-border payments के लिए Tether जैसे स्टेबलकॉइन्स का इस्तेमाल करने लगेंगी, जिससे लेन-देन की लागत और समय दोनों में भारी कमी आएगी, जिसका सीधा फायदा भारत जैसे देशों को मिलेगा जहाँ विदेशों से पैसा भेजना एक बड़ा market है। तीसरा, इससे decentralized finance या DeFi के विकास को बहुत बल मिलेगा। DeFi applications, जो बिना बैंक के financial services provide करती हैं, उन्हें stablecoins की बहुत जरूरत होती है। एक strong और credible Tether पूरे DeFi ecosystem को grow करने में मदद करेगा। इस प्रकार, यह Tether Investment सिर्फ एक transaction नहीं है, बल्कि एक नए financial paradigm के आगाज का संकेत देती है।
9. एक सामान्य निवेशक के लिए सबक: इस खबर से आप क्या सीख सकते हैं?

एक सामान्य भारतीय निवेशक के लिए, इस Tether Investment की खबर से कई महत्वपूर्ण सबक लिए जा सकते हैं। पहला और सबसे बड़ा सबक यह है कि disruptive technologies में long-term investment की अपार शक्ति होती है। SoftBank और Ark Invest ऐसी technologies में निवेश करते हैं जो दस-बीस साल बाद दुनिया बदल देती हैं। एक retail investor के तौर पर, आपको भी केवल short-term gains के पीछे नहीं भागना चाहिए बल्कि उन sectors को identify करना चाहिए जिनमें भविष्य की संभावना है। दूसरा सबक due diligence का है। इतनी बड़ी कंपनियाँ किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले गहन research करती हैं। आपको भी किसी भी asset में पैसा लगाने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह से पढ़ना और समझना चाहिए। तीसरा सबक portfolio diversification का है। बड़े investors अपना पैसा कई अलग-अलग जगहों पर लगाते हैं ताकि risk फैल जाए। आपको भी अपने निवेश को सोना, म्यूचुअल फंड, स्टॉक और crypto जैसे अलग-अलग asset classes में बाँटना चाहिए। इस Tether Investment की खबर को अपने financial education के एक हिस्से के रूप में देखें, न कि तुरंत पैसा लगाने के एक संकेत के रूप में।
10.सूचना ही शक्ति है, अब आपका अगला कदम क्या होना चाहिए?

अंत में, इस पूरी चर्चा का सारांश यही है कि SoftBank और Ark Invest की यह संभावित Tether Investment क्रिप्टोकरेंसी उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह इस बात का प्रमाण है कि डिजिटल assets और blockchain technology अब एक परिपक्व और legitimate asset class के रूप में उभर रहे हैं। भारत जैसे developing economy के लिए, यह एक सुनहरा अवसर है तकनीकी बदलाव में शामिल होने और इसके लाभों को अपनाने का। हालाँकि, उत्साह के साथ-साथ सतर्कता भी जरूरी है। इस खबर का मतलब यह कतई नहीं है कि अब क्रिप्टोकरेंसी में कोई जोखिम नहीं रह गया है। बल्कि, इसका मतलब यह है कि अब इस क्षेत्र को ignore नहीं किया जा सकता। आपके लिए सबसे अच्छा कदम यह होगा कि आप अपना ज्ञान बढ़ाएँ। Blockchain, Bitcoin, Ethereum, और Stablecoins के बारे में trusted sources से पढ़ें। समझें कि यह technology कैसे काम करती है और इसका real-world use क्या है। बिना समझे किसी भी निवेश में कूदने से बचें। याद रखें, सूचना ही शक्ति है, और इस Tether Investment की खबर आपके लिए सीखने की शुरुआत हो सकती है। एक informed investor ही long term में successful होता है।
Conclusion:

अंततः, सॉफ्टबैंक और आर्क इन्वेस्ट की यह संभावित Tether Investment क्रिप्टोकरेंसी उद्योग के लिए एक निर्णायक क्षण है जो इसे ‘सट्टेबाजी’ की श्रेणी से निकालकर ‘रणनीतिक संपत्ति’ की श्रेणी में ले जाती है। यह निवेशकों, नियामकों और आम जनता के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि ब्लॉकचेन तकनीक अब एक परिपक्व और महत्वपूर्ण इकोसिस्टम बन चुका है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस Tether Investment की सबसे बड़ी सीख यह है कि तकनीकी नवाचार में दीर्घकालिक दृष्टि से किया गया निवेश ही सबसे बड़ा लाभ प्रदान करता है। हालांकि, उत्साह के साथ ही सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। निवेश की दुनिया में किसी भी बड़ी खबर का अनुसरण बिना उचित शोध और समझ के नहीं किया जाना चाहिए। भारतीय निवेशकों के लिए, यह समय इस तकनीक को सीखने और समझने का है, न कि अंधाधुंध निवेश करने का। भविष्य की वित्तीय दुनिया डिजिटल होगी और स्टेबलकॉइन्स उसकी रीढ़ होंगे। इसलिए, इस Tether Investment को एक शैक्षिक अवसर के रूप में लेना चाहिए, अपनी वित्तीय साक्षरता बढ़ानी चाहिए, और समझदारी से निर्णय लेना चाहिए ताकि आने वाली डिजिटल क्रांति में पीछे न रह जाएं। सूचना ही शक्ति है, और यह डील उस सूचना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
FAQ:

1. क्या यह Tether Investment हो गई है या अभी सिर्फ खबर है?
अभी यह एक संभावित निवेश (potential investment) है, जो मीडिया रिपोर्ट्स में आई है। आधिकारिक पुष्टि अभी Tether, SoftBank या Ark Invest की तरफ से नहीं हुई है।
2. क्या इस निवेश से Tether (USDT) की कीमत 1 डॉलर से ऊपर जाएगी?
नहीं, USDT एक स्टेबलकॉइन है, जिसे हमेशा 1 डॉलर के बराबर रहने के लिए डिजाइन किया गया है। इस निवेश का उद्देश्य इस स्थिरता को बनाए रखना और कंपनी के ऑपरेशन को मजबूत करना है, न कि कीमत बढ़ाना।
3.क्या भारत में रहकर मैं सीधे Tether में निवेश कर सकता हूँ?

सीधे Tether कंपनी में निवेश करना आम निवेशकों के लिए संभव नहीं है। यह एक प्राइवेट funding round है। हालाँकि, आप क्रिप्टो एक्सचेंजों के जरिए USDT token खरीद और रख सकते हैं, लेकिन यह निवेश नहीं, बल्कि एक डिजिटल एसेट का स्वामित्व है।
4. क्या इस खबर के बाद Bitcoin की कीमत बढ़ेगी?
ऐसी खबरों से पूरे क्रिप्टो बाजार में सकारात्मक sentiment आता है, जिससे Bitcoin सहित अन्य cryptocurrencies की कीमतों पर positive effect हो सकता है। लेकिन यह गारंटी नहीं है, क्योंकि बाजार कई factors से प्रभावित होता है।
5. क्या यह निवेश भारत में क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी रूप से वैध बना देगा?
नहीं, किसी देश के कानून बाहरी निवेश से नहीं बदलते। हालाँकि, इस तरह के बड़े निवेश सरकारों और नियामकों पर दबाव जरूर बनाते हैं कि वे clear regulations लाएं, जिससे अप्रत्यक्ष रूप से legitimacy बढ़ती है।
6. एक छोटे निवेशक के रूप में मैं इस अवसर से कैसे लाभ उठा सकता हूँ?
सबसे अच्छा तरीका है शिक्षा। Blockchain और crypto के बारे में जानें। अपना शोध करें और एक diversified portfolio बनाएं, जिसमें केवल उतना ही जोखिम शामिल हो जितना आप वहन कर सकें।
7. क्या Tether में निवेश करना सुरक्षित है?
किसी भी निवेश में जोखिम होता है। Tether के साथ मुख्य चिंता उसके रिजर्व और नियामकीय जोखिम की है। बड़ी कंपनियों का निवेश विश्वास जरूर बढ़ाता है, लेकिन पूर्ण सुरक्षा की गारंटी नहीं देता।
8.क्या सॉफ्टबैंक ने पहले भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है?
सॉफ्टबैंक ने अतीत में कुछ क्रिप्टो-सम्बंधित कंपनियों और blockchain startups में निवेश किया है, लेकिन Tether जैसे स्टेबलकॉइन में यह सीधा और बहुत बड़ा निवेश होगा।
9.इस निवेश का रोजमर्रा के डिजिटल भुगतानों पर क्या असर पड़ेगा?
लंबे समय में, इससे डिजिटल भुगतान तेज, सस्ते और अधिक efficient हो सकते हैं, खासकर cross-border payments में। हो सकता है भविष्य में ऐप्स आएं जो Tether जैसी तकनीक का उपयोग करें।
10.अगर Tether विफल हो जाता है, तो क्या होगा?
Tether पूरे क्रिप्टो इकोसिस्टम में इतना महत्वपूर्ण है कि इसकी विफलता का बाजार पर विनाशकारी प्रभाव पड़ सकता है, जिससे बड़ी गिरावट आ सकती है। यही कारण है कि यह निवेश इतना महत्वपूर्ण माना जा रहा है।




If you desire to take a good deal from this article then you haave to apply these methods to your won weblog.