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DAS London 2026 कॉन्फ्रेंस में Ethereum के लिए जो रोडमैप पेश किया गया, वह सिर्फ एक techie बातचीत नहीं है – यह हर भारतीय निवेशक, छात्र और व्यवसायी के लिए एक जीवन बदलने वाला अवसर है। यह डिस्क्रिप्शन आपको बताएगा कि कैसे Ethereum Future 2026 का “द पाथ टू ट्रिलियन्स” विजन आपके रोजमर्रा के जीवन को छूने वाला है। हम सरल हिंदी में समझेंगे कि Institutional Investment यानी बड़े संस्थागत निवेशकों का पैसा अब Ethereum में क्यों आ रहा है और इसका सीधा फायदा आपको कैसे मिल सकता है। Real-World Assets (RWA) की अवधारणा को हम भारतीय उदाहरणों से समझेंगे, जैसे कि कैसे अब आप मुंबई की एक बड़ी इमारत में सिर्फ 5000 रुपये लगाकर हिस्सेदार बन सकते हैं। साथ ही, हम Staking के जरिए Passive Income कमाने के आसान तरीके खोजेंगे, जो एक डिजिटल फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह काम करता है। Ethereum Future 2026 की इस यात्रा में ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण अनुकूलन की भूमिका को भी रेखांकित किया जाएगा, साथ ही भारत में नियामक माहौल की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा होगी। यह आपके लिए एक Comprehensive Guide है जो तकनीकी जटिलताओं को सरल भाषा में पेश करते हुए यह बताएगा कि कैसे कोई साधारण भारतीय निवेशक इस डिजिटल क्रांति में शामिल होकर अपने वित्तीय भविष्य को नई दिशा दे सकता है और Ethereum Future 2026 के इस ऐतिहासिक सफर का हिस्सा बन सकता है।
1. DAS 2026: Ethereum के Trillion Dollar सफर की शुरुआत
DAS London 2026 एक वैश्विक सम्मेलन था जहाँ दुनिया के बड़े बैंकों, निवेश कंपनियों और वित्तीय संस्थानों ने एक सुर में यह घोषणा की कि अब Ethereum Future 2025 और उसके बाद का समय पूरी तरह से संस्थागत निवेश पर केंद्रित होगा। इस इवेंट का मुख्य विषय “द पाथ टू ट्रिलियन्स” था, जिसका सीधा सा अर्थ है – Ethereum की मार्केट वैल्यू को अरबों से खरबों डॉलर तक पहुँचाने का रास्ता। यह केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक ठोस रणनीति है जिस पर दुनिया भर की कंपनियाँ अमल कर रही हैं। इसमें कोई शक नहीं कि Ethereum Future 2025 का लक्ष्य इसे वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी बनाना है। यह वह भविष्य है जहाँ हर भारतीय निवेशक के लिए नए अवसरों के द्वार खुलेंगे। इस सम्मेलन में यह स्पष्ट कर दिया गया कि अब क्रिप्टोकरेंसी सट्टेबाजी का जरिया नहीं रह गई है, बल्कि यह वित्तीय दुनिया का एक अहम हिस्सा बन चुकी है। संस्थागत निवेशक, जो अरबों-खरबों डॉलर का प्रबंधन करते हैं, अब Ethereum नेटवर्क में पैसा लगा रहे हैं क्योंकि उन्हें इसकी तकनीक और भविष्य पर भरोसा है। इसलिए, Ethereum Future 2025 को समझना हर उस व्यक्ति के लिए जरूरी है जो अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित देखना चाहता है। यह कॉन्फ्रेंस इस बात का जीता-जागता सबूत थी कि अब ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को वैश्विक स्तर पर स्वीकार कर लिया गया है और यह भविष्य की तकनीक है।
2. संस्थागत निवेश: बड़े पैसे ने Ethereum को चुना
Ethereum Future 2026 की सफलता की कुंजी है संस्थागत निवेश यानी Institutional Investment। संस्थागत निवेशक वे बड़ी संस्थाएँ हैं जैसे म्यूचुअल फंड कंपनियाँ, हेज फंड, इंश्योरेंस कंपनियाँ और पेंशन फंड। जब ये संस्थाएँ Ethereum में पैसा लगाती हैं, तो इसका मतलब है कि उन्होंने लंबे शोध और विश्लेषण के बाद इसकी क्षमता को स्वीकार किया है। DAS 2026 में इस बात पर जोर दिया गया कि अब ये संस्थाएँ Ethereum को एक “डिजिटल संपत्ति” (Digital Asset) के रूप में देख रही हैं, न कि सिर्फ एक सट्टे की वस्तु। इन संस्थाओं के पास आम निवेशकों के मुकाबले बहुत अधिक पूँजी होती है और उनका निवेश दीर्घकालिक होता है। उनका Ethereum में आना बाजार में विश्वसनीयता लाता है और कीमतों में स्थिरता बढ़ाता है। इससे Ethereum Future 2026 और भी मजबूत होगा क्योंकि बड़ी संस्थाएँ नेटवर्क में तरलता (Liquidity) बढ़ाएँगी और नए वित्तीय उत्पादों को जन्म देंगी। भारत में भी, जहाँ लोग पारंपरिक रूप से सोना और जमीन में निवेश करते आए हैं, अब डिजिटल संपत्ति एक नया विकल्प बनकर उभर रही है। यह बदलाव इसलिए भी अहम है क्योंकि जब बड़ी संस्थाएं निवेश करती हैं तो वे सरकारों पर मजबूत नियम बनाने का दबाव भी बनाती हैं, जिससे पूरे इकोसिस्टम को फायदा होता है।
3. Real-World Assets (RWA): असली दुनिया की संपत्तियाँ Blockchain पर
Ethereum Future 2025 की सबसे रोमांचक अवधारणा है RWA यानी Real-World Assets। RWA का मतलब है कि असली दुनिया की संपत्तियों जैसे सोना, जमीन, इमारत या यहाँ तक कि कंपनी के शेयरों को Ethereum ब्लॉकचेन पर एक डिजिटल टोकन के रूप में दर्शाया जाए। इस प्रक्रिया को टोकननाइजेशन (Tokenization) कहते हैं। उदाहरण के लिए, मान लीजिए मुंबई में एक बड़ी इमारत है। उसके मालिक उसके स्वामित्व को 10 लाख डिजिटल टोकन में बाँट सकते हैं। अब आप जैसा कोई भी छोटा निवेशक महज 5000 रुपये लगाकर उस इमारत का एक हिस्सेदार बन सकता है और किराये के मुनाफे में हिस्सा पा सकता है। यह अवधारणा Ethereum Future 2025 का केंद्र बिंदु है क्योंकि यह निवेश को जन-जन तक पहुँचाती है। भारत जैसे देश में, जहाँ जमीन और सोना खरीदना महंगा और जटिल है, RWA के जरिए आम लोग भी बड़ी संपत्तियों में निवेश कर सकेंगे। DAS 2025 में कई कंपनियों ने ऐसे प्लेटफॉर्म प्रदर्शित किए जो U.S. ट्रेजरी बॉन्ड्स और कमर्शियल रियल एस्टेट को टोकन में बदल रहे हैं। इससे साफ है कि Ethereum Future 2025 का लक्ष्य पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था को ब्लॉकचेन पर लाना है। यह टेक्नोलॉजी स्वामित्व के पारंपरिक तरीकों को बदल देगी और इसे अधिक पारदर्शी और कुशल बना देगी।
4. Staking: आपकी डिजिटल FD जो कमाए Passive Income
Ethereum Future 2025 की एक और बड़ी विशेषता है Staking। साधारण शब्दों में, Staking वह प्रक्रिया है जहाँ आप अपने Ethereum (ETH) सिक्कों को एक विशेष वॉलेट में “लॉक” करके नेटवर्क की सुरक्षा और कार्यप्रणाली में योगदान देते हैं। बदले में, आपको नए ETH सिक्के इनाम के तौर पर मिलते हैं। इसे एक डिजिटल फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की तरह समझ सकते हैं, जहाँ आप अपनी संपत्ति पर नियमित ब्याज कमाते हैं। DAS 2025 में इस बात पर चर्चा हुई कि कैसे अब बड़ी वित्तीय कंपनियाँ अपने ग्राहकों के लिए Institutional Staking Services शुरू कर रही हैं। इसका मतलब है कि अब कोई भी आम निवेशक बिना तकनीकी ज्ञान के, अपने बैंक या म्यूचुअल फंड के जरिए Ethereum Staking में हिस्सा ले सकता है। यह Ethereum Future 2025 को और लोकप्रिय बनाएगा क्योंकि लोगों को Passive Income का एक नया, आसान और सुरक्षित जरिया मिलेगा। भारत में, जहाँ लोग बचत पर रिटर्न की तलाश में रहते हैं, Staking एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। यह न केवल नेटवर्क को सुरक्षित रखता है बल्कि छोटे निवेशकों के लिए एक नियमित आय का स्रोत भी बन सकता है, जिससे Ethereum Future 2025 की ओर उनका विश्वास और मजबूत होगा।
5. ऊर्जा दक्षता: हरित भविष्य की ओर Ethereum का सफर
Ethereum Future 2025 को संस्थागत निवेशकों का भरोसा मिलने की एक बड़ी वजह है इसकी ऊर्जा दक्षता। पहले Ethereum “Proof-of-Work” नामक सिस्टम पर चलता था, जिसमें बहुत अधिक बिजली की खपत होती थी। लेकिन “द मर्ज” (The Merge) नामक अपग्रेड के बाद, अब Ethereum “Proof-of-Stake” सिस्टम पर चलता है। इस बदलाव ने Ethereum के ऊर्जा उपभोग में 99% से अधिक की कमी की है। यह बदलाव Ethereum Future 2025 के लिए बेहद अहम है क्योंकि दुनिया भर की कंपनियाँ अब पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार (ESG – Environmental, Social, and Governance) निवेश पर जोर दे रही हैं। जब एक बड़ी कंपनी Ethereum में निवेश करती है, तो उसे अपने शेयरहोल्डर्स को यह नहीं कहना पड़ता कि यह पर्यावरण के लिए हानिकारक है। इस हरित छवि ने Ethereum के लिए संस्थागत दरवाजे पूरी तरह खोल दिए हैं और Ethereum Future 2025 को एक टिकाऊ और जिम्मेदार निवेश का दर्जा दिया है। यह पर्यावरण के प्रति जागरूक निवेशकों को भी आकर्षित करेगा, जो केवल उन्हीं कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं जो पर्यावरण का ख्याल रखती हों।
6. नियामक स्पष्टता: सरकारों का भरोसा और कानूनी ढाँचा
किसी भी तकनीक के व्यापक स्वीकार्यता के लिए नियामक स्पष्टता (Regulatory Clarity) जरूरी है। Ethereum Future 2025 की सफलता इस बात पर भी निर्भर करती है कि दुनिया की सरकारें इसे किस नजरिये से देखती हैं। DAS 2025 के एक महत्वपूर्ण सत्र में वैश्विक नियामकों (Regulators) ने भी हिस्सा लिया, जो इस बात का संकेत है कि अब सरकारें ब्लॉकचेन तकनीक को गंभीरता से ले रही हैं। भारत में भी, हालाँकि अभी पूरी तरह स्पष्ट नियम नहीं हैं, लेकिन स्थिति पहले से बेहतर हुई है। क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन पर 30% टैक्स लगना और एक निश्चित threshold पर 1% TDS कटना यह दर्शाता है कि सरकार इस क्षेत्र को मान्यता दे चुकी है। भविष्य में और स्पष्ट दिशा-निर्देश आने की उम्मीद है, जो Ethereum Future 2025 के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा। जब नियम स्पष्ट होंगे, तो और अधिक भारतीय निवेशक आत्मविश्वास के साथ इस क्षेत्र में कदम रख सकेंगे। साथ ही, भारत सरकार का डिजिटल रुपया (Digital Rupee) प्रोजेक्ट भी इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है, जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को और बढ़ावा देगा।
7. Layer 2 स्केलिंग: तेज और सस्ता लेनदेन का समाधान
Ethereum Future 2025 की व्यावहारिक सफलता के लिए यह जरूरी है कि इसका नेटवर्क तेज, सस्ता और स्केलेबल हो। शुरुआत में, Ethereum पर लेनदेन की गति धीमी और फीस (Gas Fee) अधिक हुआ करती थी। इस समस्या के समाधान के लिए Layer 2 स्केलिंग सॉल्यूशन्स विकसित किए गए हैं। ये ऐसी तकनीकें हैं जो Ethereum मुख्य नेटवर्क के ऊपर एक दूसरी लेयर के रूप में काम करती हैं और हजारों लेनदेन को प्रोसेस करके फिर उनका परिणाम मुख्य नेटवर्क पर भेजती हैं। भारत से जुड़ा एक प्रमुख प्रोजेक्ट, Polygon (MATIC), इसी श्रेणी में आता है और इसने Ethereum के स्केलिंग मुद्दे को हल करने में बड़ी भूमिका निभाई है। यह तकनीक Ethereum Future 2025 के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके बिना, करोड़ों उपयोगकर्ताओं द्वारा एक साथ इस्तेमाल किए जाने पर नेटवर्क ठप हो सकता है। Layer 2 सॉल्यूशन्स की वजह से ही भविष्य में आम भारतीय उपयोगकर्ता कम कीमत पर तुरंत पेमेंट और अन्य वित्तीय सेवाओं का लाभ उठा पाएँगे। यह Ethereum को वैश्विक भुगतान प्रणाली के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
8. DeFi: बिना बैंक के वित्तीय सेवाओं की दुनिया
Ethereum Future 2025 की कल्पना Decentralized Finance या DeFi के बिना अधूरी है। DeFi एक ऐसी वित्तीय प्रणाली है जो बैंकों या किसी अन्य बिचौलिए के बिना चलती है। यह सारे लेनदेन स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के जरिए स्वचालित रूप से होते हैं। DeFi प्लेटफॉर्म्स पर आप पारंपरिक बैंकिंग की तरह पैसा उधार दे सकते हैं, उधार ले सकते हैं, इंश्योरेंस खरीद सकते हैं या फिर बचत पर ब्याज कमा सकते हैं। यह प्रणाली Ethereum Future 2025 का एक मजबूत स्तंभ है क्योंकि यह वित्तीय सेवाओं को विकेंद्रीकृत (Decentralized) और सभी के लिए खुला बनाती है। भारत जैसे देश में, जहाँ अभी भी बड़ी आबादी के पास बैंक खाता नहीं है या फिर बैंकिंग सेवाओं तक पहुँच सीमित है, DeFi एक क्रांति ला सकती है। कोई भी व्यक्ति सिर्फ एक स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन के दमा दुनिया की किसी भी DeFi सेवा का उपयोग कर सकता है। इसलिए, Ethereum Future 2025 का लक्ष्य केवल निवेश नहीं, बल्कि एक समावेशी वित्तीय व्यवस्था का निर्माण करना है। यह लोगों को उनके अपने वित्त पर पूर्ण नियंत्रण देती है।
9. भारतीय निवेशक के लिए Ethereum के मायने
अब सबसे अहम सवाल: एक आम भारतीय निवेशक के लिए Ethereum Future 2025 का क्या मतलब है? इसका सीधा सा जवाब है – अवसर। अवसर एक बेहतर भविष्य में निवेश का, अपनी बचत को बढ़ाने का और वैश्विक अर्थव्यवस्था का सीधा हिस्सा बनने का। जिस तरह 90 के दशक में शेयर बाजार और 2000 के दशक में रियल एस्टेट में निवेश ने लोगों की किस्मत बदली, उसी तरह Ethereum Future 2025 डिजिटल युग में वह मौका लेकर आया है। भारत में एक शिक्षक, एक छोटा दुकानदार या एक युवा पेशेवर अब Ethereum को एक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट की तरह देख सकता है। छोटी-छोटी बचत से शुरुआत करके, Staking के जरिए Passive Income बनाकर और भविष्य में RWA के जरिए बड़ी संपत्तियों में हिस्सेदारी लेकर, कोई भी अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा कर सकता है। Ethereum Future 2025 का रास्ता हर उस भारतीय के लिए है जो नई तकनीक में विश्वास रखता है और प्रगति चाहता है। यह उन्हें पारंपरिक निवेश की सीमाओं से आगे बढ़ने का मौका देता है।
10. आगे का रास्ता: आप कैसे उठा सकते हैं लाभ?
Ethereum Future 2025 की इस यात्रा में आप खुद को कैसे शामिल कर सकते हैं? सबसे पहले, शिक्षा पर ध्यान दें। क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन के बारे में विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी जुटाएँ। दूसरा, हमेशा छोटी शुरुआत करें। किसी भरोसेमंद भारतीय एक्सचेंज (जैसे WazirX, CoinDCX) पर खाता बनाकर 100-200 रुपये से निवेश शुरू करें। तीसरा, सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। अपने सिक्कों को एक्सचेंज पर न रखकर एक निजी वॉलेट (जैसे Trust Wallet, MetaMask) में रखें और अपनी Private Key किसी के साथ साझा न करें। चौथा और सबसे जरूरी, एक रणनीति बनाएँ। भाव के उतार-चढ़ाव से डरे नहीं। एक निश्चित अंतराल पर एक निश्चित रकम निवेश करते रहें, इस रणनीति को DCA (Dollar-Cost Averaging) कहते हैं। अंत में, धैर्य रखें। Ethereum Future 2025 एक मैराथन दौड़ है, न कि स्प्रिंट। लंबी अवधि तक निवेश करके रहें (HODL), तभी आप इस डिजिटल क्रांति के असली फायदे उठा पाएँगे। यह आपका मौका है इतिहास के सही पक्ष में खड़े होने का। समय के साथ निवेश करके आप जोखिम को कम कर सकते हैं और लंबे समय में अच्छा रिटर्न पा सकते हैं।
Conclusion:
Ethereum Future 2025 का सफर सिर्फ एक क्रिप्टोकरेंसी की कहानी नहीं, बल्कि वैश्विक वित्तीय व्यवस्था में एक क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत है। जिस तरह 90 के दशक में इंटरनेट ने दुनिया बदल दी, उसी तरह Ethereum का ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी अब वैल्यू और स्वामित्व की परिभाषा बदलने जा रही है। DAS London 2025 में हुई चर्चाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब संस्थागत निवेशक पूरी तरह से तैयार हैं और Ethereum को वैश्विक डिजिटल इकोनॉमी की रीढ़ के रूप में स्वीकार कर चुके हैं। Real-World Assets (RWA) का टोकनाइजेशन, Staking के जरिए Passive Income, और Layer 2 सॉल्यूशन्स जैसी तकनीकें इस भविष्य को वास्तविकता में बदलने का काम करेंगी। भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक मौका है, जहाँ हमारी युवा आबादी, तकनीकी कौशल और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर इस बदलाव में अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं। एक शिक्षक, एक छोटा दुकानदार, या एक युवा पेशेवर – सभी के लिए यह समय नई वित्तीय संभावनाओं की खोज का है। Ethereum Future 2025 की राह पर चलने के लिए अब जरूरी है शिक्षा, सुरक्षा और दीर्घकालिक नजरिया। छोटी शुरुआत करें, निवेश की मूल बातें सीखें, और इस डिजिटल क्रांति का हिस्सा बनें। याद रखें, हर बड़ी यात्रा की शुरुआत एक छोटे कदम से होती है, और Ethereum Future 2025 का सफर आपके उसी छोटे कदम का इंतजार कर रहा है।
FAQ:
1. सवाल: क्या भारत में Ethereum में निवेश करना कानूनी है?
जवाब: हाँ, भारत में Ethereum समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना पूरी तरह कानूनी है। हालाँकि, अभी इसे कानूनी टेंडर का दर्जा नहीं मिला है, लेकिन निवेश पर 30% टैक्स और 1% TDS लगना यह साबित करता है कि सरकार ने इसे मान्यता दी है।
2. सवाल: क्या Ethereum, Bitcoin से बेहतर निवेश है?
जवाब: Bitcoin डिजिटल गोल्ड के रूप में काम करता है, जबकि Ethereum एक डिजिटल इकोसिस्टम है। Ethereum Future 2025 की संभावनाएँ इसके व्यापक उपयोग (DeFi, NFTs, RWA) के कारण ज्यादा हैं, जो इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक बनाती हैं।
3. सवाल: मैं महज 1000 रुपये से Ethereum में निवेश कैसे शुरू कर सकता हूँ?
जवाब: आप WazirX, CoinDCX या ZebPay जैसे भारतीय एक्सचेंज पर अकाउंट बनाकर 1000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। इन ऐप्स का यूजर इंटरफेस बहुत आसान है और UPI के जरिए आप तुरंत पेमेंट कर सकते हैं।
4. सवाल: Staking क्या है और यह कैसे काम करती है?
जवाब: Staking एक ऐसी प्रक्रिया है जहाँ आप अपने ETH सिक्कों को नेटवर्क में लॉक करके उसकी सुरक्षा में योगदान देते हैं। बदले में आपको नए ETH इनाम में मिलते हैं, ठीक वैसे ही जैसे बैंक FD में आपको ब्याज मिलता है।
5. सवाल: क्या Ethereum का ऊर्जा उपभोग अब भी अधिक है?
जवाब: नहीं, Ethereum के “Merge” अपग्रेड के बाद इसकी ऊर्जा खपत में 99% से अधिक की कमी आई है। अब यह Proof-of-Stake सिस्टम पर चलता है, जो पर्यावरण के लिए बहुत अनुकूल है।
6. सवाल: Real-World Assets (RWA) से भारतीय निवेशकों को क्या फायदा होगा?
जवाब: RWA के जरिए भारतीय निवेशक कम पूँजी में बड़ी संपत्तियों (जैसे रियल एस्टेट, गोल्ड) में हिस्सेदारी खरीद सकेंगे। इससे निवेश की पहुँच आम लोगों तक बढ़ेगी और तरलता भी बढ़ेगी।
7. सवाल: Ethereum के लिए सबसे बड़ा जोखिम क्या है?
जवाब: सबसे बड़ा जोखिम Regulatory Uncertainty यानी नियामक अनिश्चितता है। अगर सरकारें सख्त नियम लाती हैं तो इसका असर पड़ सकता है। इसके अलावा, तकनीकी जटिलताएँ और मार्केट Volatility भी जोखिम के कारक हैं।
8. सवाल: क्या Ethereum को हैक नहीं किया जा सकता?
जवाब: Ethereum ब्लॉकचेन को अब तक हैक नहीं किया जा सका है, क्योंकि यह Distributed Ledger Technology पर काम करती है। हालाँकि, एक्सचेंजों और व्यक्तिगत वॉलेट्स को हैक किया जा सकता है, इसलिए सुरक्षा के उपाय जरूरी हैं।
9. सवाल: क्या मैं Ethereum को Long-Term Investment के रूप में रख सकता हूँ?
जवाब: बिल्कुल! Ethereum Future 2025 की संभावनाओं को देखते हुए इसे एक बेहतरीन Long-Term Investment माना जा सकता है। DCA (Dollar-Cost Averaging) रणनीति के साथ निवेश करके आप जोखिम को कम कर सकते हैं।
10. सवाल: क्या भारत में Ethereum पर Ban की संभावना है?
जवाब: अब ऐसी कोई संभावना नहीं दिख रही, क्योंकि सरकार ने इसे Tax Regime के दायरे में ले लिया है। भविष्य में और स्पष्ट नियम आने की उम्मीद है, जो इसे और मजबूती देंगे।
